Overview:
ये है मेरा कहानी संग्रह -कितनी हैं-. इस संग्रह है पच्चीस कहानियां हैं, जो मेरे शुरूआती नौसिखिया लेखन की निशानी हैं. इन पच्चीस कहानियों में आपको हर तरह की कहानी मिलेगी. जिसमें आप.....more
Book synopsis/description:
ये है मेरा कहानी संग्रह -कितनी हैं-. इस संग्रह है पच्चीस कहानियां हैं, जो मेरे शुरूआती नौसिखिया लेखन की निशानी हैं. इन पच्चीस कहानियों में आपको हर तरह की कहानी मिलेगी. जिसमें आप ख़ुश होएँगे. थोडा रोयेंगे. हसेंगे भी खूब. सोचने पर मजबूर भी हो जायेंगे. एकाध कहानी आपको किसी की याद भी दिला देगी.
और एक बात और. आपको इन कहानियों में कुछ कमी भी नजर आएगी. तो कृपया नाराज़ न होना. क्योंकि ये मेरी शुरूआती कहानी है. जिनमें अपरिपक्वता भरी हुई है. मैं चाहता तो इन्हें फिर से सम्पादित कर सकता था. लेकिन फिर इनमें वो भाव नहीं होता जो अब मौजूद है.
मुझे उम्मीद है आप इन सब गलतियों को भुलाकर कहानी की अंदरूनी तह को समझेंगे. आप के लिए ही तो लिखता हूँ. फिर आप नहीं पढेंगे तो कौन पढ़ेगा? शुक्रिया.
About the author:
Other details:
ISBN | 9781370610112 |
Category | Fiction and Literature |
Language | Hindi |
Edition | First |
Published in | 2017 |
Publisher | Dharmendra Rajmangal |
Tags | dharmendra rajmangal , Dharmendra Rajmangal Books , Dharmendra Rajmangal Ki Hindi Kahani , Kitani Haen , Free books , Hindi Kahani |